सीबीएसई स्टूडेंट्स कक्षा 10 वी और 12 वी के लिए सत्र 2021-2022 काफी उतार चढ़ाव वाला रहा , आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस सत्र में CBSE ने टर्म 1 और टर्म 2 के माध्यम से सत्र 2021-2022 में 2 बार परीक्षा आयोजित की है । Term-1 में छात्रों को कुछ गड़बड़ियों का सामना करना पड़ा था जिसके चलते छात्रों और शिक्षकों की CBSE से अपील है की टर्म 1 कम रखा जाये । इस पर अभी आखरी निर्णय आना बाकि है ।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से अभी तक टर्म 2 और टर्म 1 के weightage को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुयी है लेकिन सूत्रों की माने तो सीबीएसई जल्द ही इस पैर कुछ निर्णय लेने वाला है , आने वाले हफ्ते में 26 अप्रैल से सभी बोर्ड परीक्षाये शुरू होने वाली है ऐसे में अगर सीबीएसई टर्म 2 का weightage बता दे तो छात्रों को राहत की सास लेने को मिल सकती है ।
Term-1 में हुयी गड़बड़िया –
टर्म 1 में सीबीएसई से होम सेंटर्स पर ही परीक्षाये आयोजित करवाई थी जिसकी वजह से काफी गड़बड़िया सामने आयी थी अब छात्रों को डर है की टर्म 2 में अगर weightage कम रखा गया तो उनका टोटल रिजल्ट कम आ सकता है सूत्रों की मने तो छात्रों और शिक्षकों दोनों की सीबीएसई से अपील है की टर्म 2 का weightage 70% तक रखा जाये ताकि छात्रों का overall रिजल्ट अच्छा आये ।
अंतिम रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया –
आपको बता दे की सीबीएसई 10 वीं और 12 वीं बोर्ड का अंतिम रिजल्ट टर्म 1 , टर्म 2 , इंटरनल असेसमेंट और प्रैक्टिकल में प्राप्त अंको पर तैयार किया जायेगा । सीबीएसई पहले से ही कहता आया है की टर्म 1 और टर्म 2 का weightage समान ही रहेगा । किन्तु टर्म 1 की परीक्षाओं में सामने आयी गड़बड़ियों के बाद छात्रों और शिक्षा ने इस बात का विरोध किया था ।
टर्म 1 की गलतियों ने CBSE की पोल खोल दी
जबसे टर्म 1 की परीक्षा आयोजित होना चालू हुई थी उसी दिन से वो विवादों मैं आना चालू हो गयी थी । सीबीएसई के question papers मैं बहुत जगह गड़बड़ी थी उसके द्वारा भेजी गयी official answer key मैं भी बहुत मिस्टेक्स थी । रही सही कसर स्कूल वालो ने पूरी करदी । टर्म 1 मैं कुछ schools मैं चीटिंग करवाने की शिकायत सामने आयी जिसके चतले टर्म 1 मैं बहुत सारे छात्रों के साथ भेद भाव हो गया । हालांकि सीबीएसई ने इस मुद्दे पर अपना बयान जारी करते हुए बोला था की ऐसी परेशानियों से निपटने के लिए उसके पास पुख्ता mechanism है , पर ये mechanism कैसे काम करेगा इसके बारे मैं CBSE ने कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है ।
छात्रों को मिला विनीत जोशी { नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष } का साथ –
नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष विनीत जोशी ने बोर्ड को पत्र लिखकर सलाह दी है कि टर्म-1 परीक्षा का वेटेज कम कर दिया जाए. उन्होंने बोर्ड को कहा है की टर्म 1 की परीक्षाएं होम केन्द्रो पर आयोजित की जाने की वजह से स्कूलों द्वारा अनुचित साधनो का उपयोग किया गया ।
विरोध कर रहे छात्रों और शिक्षकों की बोर्ड से अपील है की टर्म 1 का weightage 10 से 30% तक ही रखा जाये । ताकि अंतिम रिजल्ट में टर्म 2 का जयादा weightage हो और छात्र अपने टोटल अंको को बड़ा सके और अच्छा अंतिम रिजल्ट लेकर आगे अच्छे college मे पड़ सके । इस सत्र में भी कोरोना की वजह से छात्रों को काफी तकलीफो का सामना करना पढ़ा है अब ऐसे में सभी छात्रों को टर्म 2 एग्जाम तथा इसके weightage का काफी इंतजार है ।
अब देखना ये होगा की केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से टर्म 2 के weightage को लेकर कब और क्या औपचारिक रूप से सुनने को मिलता हैं तब तक छात्रों से यही अपील है की वो अपनी परीक्षाओ की तैयारी में जुटे रहे और सीबीएसई की updates के लिए इस वेबसाइट को विजिट करते रहिये ।
हम आशा करते है की बोर्ड अब तक की सारी जानकारियों को समझते हुए टर्म 1 और टर्म 2 के weightage को लेकर जल्द ही औपचारिक रूप से कुछ निर्णय बताएगा जो की सीबीएसई के इस सत्र 2021-2022 के 10 वीं तथा 12 वीं के बोर्ड छात्रों को मुश्किल भरे साल में कुछ राहत देने में काम आएगा ।
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